अध्याय 1
1 यहोवा का वचन, जो संबोधित यहोयादा के राजा योहानान, आहाज और हिजकिय्याह के दिनों में मोरेश के मीका को यह पत्र मिला, और मीकायाह को शोमरोन और यरूशलेम के विषय में दर्शन मिला।.
2 सुनो, आप हे पृथ्वी, हे सब लोगों, हे पृथ्वी, हे सब मनुष्यों, सुन! हे प्रभु यहोवा, अपने पवित्र मन्दिर में से तेरे विरुद्ध साक्षी देगा!
3 क्योंकि देखो, यहोवा अपने निवासस्थान से बाहर आने वाला है; वह नीचे उतरेगा, वह पृथ्वी के ऊंचे स्थानों पर पैर रखेगा।.
4 पहाड़ उसके नीचे पिघल जाएँगे नहीं, घाटियाँ फट जाएँगी, जैसे आग के सामने मोम फट जाता है, जैसे ढलान से पानी गिर जाता है।.
5 यह सब याकूब के अपराध और इस्राएल के घराने के पापों के कारण हुआ है। याकूब का अपराध क्या है? क्या वह शोमरोन नहीं है? और यहूदा के ऊंचे स्थान क्या हैं? क्या वह यरूशलेम नहीं है?
6 मैं शोमरोन को मैदान में पत्थरों का ढेर बना दूँगा, वहाँ दाख की बारी लगाने की जगह बना दूँगा; मैं उसके पत्थरों को तराई में लुढ़का दूँगा, और उसकी नींव उखाड़ दूँगा।.
7 उसकी सब मूरतें तोड़ डाली जाएंगी, और उसकी सारी कमाई आग में भस्म हो जाएगी; मैं उसकी सब मूरतों को नाश कर डालूंगा, क्योंकि उसने व्यभिचार की कमाई से उन्हें इकट्ठा किया है, और वे फिर व्यभिचार की कमाई बन जाएंगी।.
8 इस कारण मैं रोऊंगा और चिल्लाऊंगा, मैं नंगा और नंगा घूमूंगा; मैं गीदड़ की नाईं रोऊंगा और शुतुरमुर्ग की नाईं आहें भरूंगा।.
9 क्योंकि उसकी विपत्ति घातक है; वह यहूदा पर आती है, और मेरे लोगों के फाटक यरूशलेम तक पहुंचती है।.
10 गत में प्रचार मत करो, अक्को में मत रोओ! मैं बेतअफ़्रा में धूल में लोटूंगा।.
11 हे नीलमणि की रहनेवाली, लज्जाजनक नग्नता में चली जा! ज़ोअन की रहनेवाली बाहर नहीं गई; बेतहेसेल का विलाप तुझे उसकी शरण से वंचित करता है।.
12 मारोत के निवासी संकट में हैं, क्योंकि उसका क्योंकि यहोवा की ओर से यरूशलेम के फाटक पर विपत्ति आ पड़ी है।.
13 हे लाकीश की रहने वाली, अपने घोड़े पर रथ जोत; सिय्योन की बेटी के पाप का आरम्भ यही हुआ, कि इस्राएल के अधर्म के काम तुझ में पाए गए।.
14 इस कारण तू गत के मोरेशेत के अधिकार को त्याग देगा; और अकजीब के घराने इस्राएल के राजाओं के लिये निराशाजनक होंगे।.
15 मैं तेरे पास मारेशा का एक विजेता ले आऊंगा; इस्राएल के कुलीन लोग ओदोल्लाम तक जाएंगे।.
16 अपने प्यारे बच्चों के कारण अपने बाल नोच डालो, मुण्डवा लो; गिद्ध की नाईं अपने सिर के बाल कटवा लो, क्योंकि वे बन्धुआई में जाने वाले हैं। दूर अप से!
अध्याय दो
1 हाय उन पर जो बिछौने पर पड़े पड़े अनर्थ की युक्ति रचते और बुराई की योजना बनाते हैं! भोर होते ही जब उनका बस चलता है, तब वे उसे पूरा करते हैं।.
2 वे खेतों का लालच करके उन पर कब्ज़ा कर लेते हैं, घरों पर कब्ज़ा करके उन पर कब्ज़ा कर लेते हैं; वे मनुष्य और उसके घराने पर, स्वामी और उसकी निज भूमि पर अत्याचार करते हैं।.
3 इसलिए यहोवा कहता है: “मैं इस पीढ़ी के विरुद्ध एक ऐसी बुराई की योजना बना रहा हूँ जिससे तुम बच नहीं सकोगे, और तुम अब और उस राह पर नहीं चलोगे जिससे तुम बच सकोगे। सिर क्योंकि मौसम ख़राब होगा, इसलिए तापमान ऊँचा रखें।.
4 उस दिन तुम्हारे विषय में कहावतें कही जाएंगी और विलापगीत गाया जाएगा:
»वे कहेंगे, "सब ख़त्म हो गया, हम पूरी तरह तबाह हो गए हैं: वह मेरे लोगों का हिस्सा छीन रहा है! वह इसे मुझसे कैसे छीन सकता है? वह हमारे खेतों को काफ़िरों में बाँट रहा है?"«
5 इसलिये तुम्हारे घर में यहोवा की मण्डली में भाग के लिये नापने की डोरी लगानेवाला कोई न हो।.
6 — वे भविष्यवाणी करते हैं, “अब से भविष्यवाणी मत करो। अगर हम इन लोगों के लिए भविष्यवाणी नहीं करेंगे, तो उनकी बदनामी दूर नहीं होगी।”.
7 हे याकूब के घराने, क्या यहोवा धीरज नहीं रखता? क्या उसके काम ऐसे ही हैं?
क्या मेरे वचन उस मनुष्य के प्रति कृपालु नहीं हैं जो धर्म से चलता है?
8 कल मेरी प्रजा ने मुझ पर द्वेष किया है; तू ने मेरे वस्त्र के नीचे से वस्त्र फाड़ डाला है; और जो लोग मेरे पास से विश्वास न रखते हों, उन को तू शत्रुओं के समान समझता है।.
9 आप शिकार करते हैं औरत मेरे लोगों की, उनके प्यारे घरों की; तुम उनके छोटे बच्चों से मेरी महिमा हमेशा के लिए छीन लेते हो!
10 उठो! चले जाओ..., इसके लिए देश यह विश्राम का स्थान नहीं है, क्योंकि यहाँ अपवित्रता फैली हुई है आप पीड़ा देगा, और क्रूर पीड़ा के साथ।.
11 यदि कोई मनुष्य वायु के पीछे दौड़ता और झूठ बोलता रहे, कह रहा "मैं तुम्हारे लिये दाखरस और बियर की भविष्यवाणी करूंगा!" यह इन लोगों का भविष्यवक्ता होगा।.
12 हे याकूब, मैं तुम सभों को इकट्ठा करूंगा; मैं इस्राएल के बचे हुओं को इकट्ठा करूंगा; मैं उन्हें भेड़शाला में भेड़ों की नाईं इकट्ठा करूंगा; जैसे भेड़शाला के बीच में झुण्ड जयजयकार करता है, वैसे ही मनुष्यों की भीड़ जयजयकार करेगी।.
13 जो फाटक तोड़ता है, वह उनके आगे आगे चलता है; वे फाटक तोड़कर भीतर जाते हैं, और उसी से होकर निकल भी जाते हैं; उनका राजा उनके आगे आगे चलता है, और यहोवा उनका अगुवा है।.
अध्याय 3
1 मैंने कहा, “हे याकूब के प्रधानों, हे इस्राएल के घराने के हाकिमों, सुनो! क्या व्यवस्था जानना तुम्हारा काम नहीं है?”,
2 हे भलाई से बैर और बुराई से प्रीति रखनेवाले, और अपनी खाल उधेड़नेवाले शरीर, और हड्डियों के ऊपर मांस?
3 वे मेरी प्रजा का मांस खाते हैं, और उनकी खाल नोचते हैं। शरीर, वे उसकी हड्डियाँ तोड़ते हैं, और उन्हें बर्तन में रखे मांस के समान टुकड़े-टुकड़े कर देते हैं।.
4 तब वे यहोवा की दोहाई देंगे, परन्तु वह उनको उत्तर न देगा; उस समय वह उन से अपना मुंह फेर लेगा, यह उनके कामों के अनुसार होगा।.
5 यहोवा उन भविष्यद्वक्ताओं के विषय में यों कहता है, जो मेरी प्रजा को भटका देते हैं, और जब उनके दांत अभी काटने को बचे हैं, तब भी वे यह प्रचार करते हैं, शांति, और उन सभी पर युद्ध की घोषणा करें जो अपने मुंह में कुछ नहीं डालते:
6 »इस कारण तुम्हारे लिये दर्शन की जगह रात और भावी कहने की जगह अन्धकार होगा; भविष्यद्वक्ताओं के लिये सूर्य अस्त हो जाएगा और उनके लिये दिन अन्धकारमय हो जाएगा।.
7 दर्शी लज्जित होंगे, और भावी कहने वाले लज्जित होंगे; वे सब के सब अपनी दाढ़ी ढांप लेंगे, क्योंकि परमेश्वर की ओर से फिर कोई उत्तर न मिलेगा।«
8 परन्तु मैं सामर्थ, यहोवा की आत्मा, न्याय और हियाव से परिपूर्ण हूं, कि याकूब को उसका अपराध और इस्राएल को उसका पाप जताऊं।.
9 हे याकूब के घराने के प्रधानों, हे इस्राएल के घराने के ऊँचे पद वालों, हे न्याय से घृणा करनेवाले और धर्म को बिगाड़नेवाले, यह बात सुनो।,
10 तुम सिय्योन को खून से और यरूशलेम को अधर्म से बनाते हो!
11 उसके हाकिम घूस लेकर न्याय करते, उसके याजक पैसे लेकर शिक्षा देते, और उसके भविष्यद्वक्ता रुपये लेकर भावी कहते हैं; वे यहोवा पर भरोसा करके कहते हैं, क्या यहोवा हमारे मध्य में नहीं है? हम पर कोई विपत्ति नहीं आ सकती!»
12 इस कारण तुम्हारे कारण सिय्योन जोता हुआ खेत, यरूशलेम खण्डहरों का ढेर और मन्दिर का पर्वत वनों से भरा हुआ ऊंचा स्थान बन जाएगा!
अध्याय 4
1 अन्त के दिनों में यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाड़ियों से अधिक ऊंचा किया जाएगा।.
और राष्ट्र इसकी ओर आकर्षित होंगे।.
2 बहुत से देशों के लोग आएंगे, और आपस में कहेंगे, »आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएँ। वह हमको अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे।«
क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।.
3 वह बहुत सी जातियों का न्यायी और दूर दूर तक के सामर्थी लोगों का न्यायी होगा।.
वे अपनी तलवारें पीटकर हल के फाल और अपने भालों को हंसिया बनाएँगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध तलवार न उठाएगी, और न एक जाति दूसरी जाति से कुछ सीखेगी। युद्ध.
4 वे अपनी-अपनी दाखलता और अपने-अपने अंजीर के पेड़ तले बैठेंगे, और उनके पास कोई नहीं होगा। les घबरा दो; क्योंकि सेनाओं के यहोवा ने यही कहा है।.
5 क्योंकि सब देशों के लोग तो अपने अपने देवता का नाम लेकर चलते हैं; परन्तु हम लोग अपने परमेश्वर यहोवा का नाम लेकर युगानुयुग चलते रहेंगे।.
6 यहोवा की यह वाणी है, उस दिन मैं लंगड़ों को इकट्ठा करूंगा, मैं उन लोगों को इकट्ठा करूंगा जो तितर-बितर हो गए थे, और जिन्हें मैंने हानि पहुंचाई थी।.
7 मैं लंगड़ों को बचाऊंगा और दूर रहने वालों को एक सामर्थी जाति बनाऊंगा; और यहोवा उस समय से लेकर सर्वदा तक सिय्योन पर्वत पर उन पर राज्य करेगा।.
8 और हे भेड़-बकरियों के गुम्मट, हे सिय्योन की पहाड़ी, वह तेरे पास आएगा, वह पहिला राज्य अर्थात यरूशलेम की पुत्री का राज्य तेरे पास फिर आएगा।.
9 अब तू क्यों चिल्लाती है? क्या अब तुझ में कोई राजा नहीं रहा? क्या तेरा मंत्री नाश हो गया है? क्या तू जच्चा की नाईं पीड़ा से पीड़ित है?
10 हे सिय्योन की बेटी, तू जच्चा के समान पीड़ा और पीड़ा सह! क्योंकि अब तू नगर से निकलकर मैदान में बसेगी, और बाबुल को जाएगी; वहां तू छुड़ाई जाएगी; वहां यहोवा तुझे तेरे शत्रुओं के हाथ से छुड़ाएगा।.
11 और अब बहुत सी जातियां तेरे विरुद्ध इकट्ठी हुई हैं; वे कहते हैं, »वह अपवित्र हो जाए, और हम अपनी आंखों से सिय्योन को देखें!«
12 परन्तु वे यहोवा की कल्पनाएं नहीं जानते, और न उसकी मनसाएं समझते हैं। जानना कि उसने उन्हें खलिहान में पूलों की तरह इकट्ठा किया।.
13 हे सिय्योन की बेटी, उठ और भीड़ लगा दे! मैं तेरे सींग लोहे के और तेरे खुर पीतल के बनाऊंगा; और तू बहुत सी जातियों को चूर करेगी; और मैं उनकी कमाई यहोवा को और उनकी धन-सम्पत्ति सारी पृथ्वी के प्रभु के लिये अर्पण करूंगा।.
14 अब हे सेना की पुत्री, अपनी सेना इकट्ठी कर! उन्होंने हम को घेर लिया है, और इस्राएल के न्यायी के गाल पर लाठी मार रहे हैं।.
अध्याय 5
1 और तुम, बेतलेहेम एप्राता, यद्यपि यहूदा के हजारों में छोटा है, तौभी तुझ में से मेरे लिये एक जन आएगा, जो इस्राएल पर प्रभुता करेगा, और उसका वंश भी तारीख होगी प्राचीन काल, अनंत काल के दिन।.
2 इसलिये वह उन्हें उस समय तक के लिये छोड़ देगा जब तक जच्चा जननेवाली स्त्री जन न ले; और उसके शेष भाई इस्राएलियों के पास लौट आएंगे।.
3 वह खड़ा रहेगा खेत, और वह चरेगा उसकी भेड़ें, यहोवा की शक्ति से, और उसके परमेश्वर यहोवा के नाम के प्रताप से; और वे बने रहेंगे सुरक्षित रूप से, क्योंकि अब यह महान होगा, पृथ्वी के छोर तक पहुंच जाएगा।.
4 वह वही है जो होगा शांति. जब असीरियाई हमारे देश में आएगा, और उसका पैर वह हमारे महलों को रौंद डालेगा, और हम उसके विरुद्ध सात चरवाहों और प्रजा के आठ प्रधानों को खड़ा करेंगे।.
5 वे अश्शूर के देश पर तलवार के बल से, और निम्रोद के देश पर उसके फाटकों के भीतर शासन करेंगे; हम जब अश्शूर हमारे देश में आएगा, तो वह हमें उससे बचाएगा, और उसका पैर हमारे क्षेत्र पर कदम रखेंगे।.
6 और याकूब के बचे हुए लोग बहुत सी जातियों के बीच में होंगे, वे यहोवा की ओर से पड़ने वाली ओस के समान, वा घास पर की वर्षा की बूंदों के समान होंगे; वे किसी की बाट नहीं जोहते, और न मनुष्यों पर आशा रखते हैं।.
7 और याकूब का बाकी हिस्सा भी जाति जाति के लोगों के बीच, और बहुत से लोगों के बीच में, वह वन के पशुओं के बीच में सिंह के समान है, और भेड़ों के झुण्ड के बीच में जवान सिंह के समान है; जब वह उनके बीच से होकर गुजरता है, और उन्हें रौंदता और फाड़ता है, तब कोई नहीं बचाता।.
8 अपने विरोधियों के विरुद्ध अपना हाथ बढ़ा, और अपने शत्रुओं का नाश कर दे!
9 यहोवा की यह वाणी है, उस दिन मैं तुम्हारे घोड़ों को तुम्हारे बीच से नाश कर डालूंगा, और तुम्हारे रथों को नाश कर डालूंगा।.
10 मैं तुम्हारे देश के नगरों को उजाड़ दूँगा, और तुम्हारे सब गढ़ों को ढा दूँगा।.
11 मैं तुम्हारे हाथ से टोना-टोटका दूर कर दूँगा, और तुम्हारे बीच कोई भी भविष्यवक्ता नहीं रहेगा।.
12 मैं तुम्हारे बीच से तुम्हारी मूरतें और तुम्हारी लाठें नष्ट कर दूँगा, और तुम फिर कभी अपने हाथ की बनाई हुई चीज़ों की पूजा नहीं करोगे।.
13 मैं तुम्हारे बीच से तुम्हारी अशेरा नाम मूरतों को उखाड़ डालूंगा, और तुम्हारे नगरों को नाश करूंगा।.
14 और मैं अपने क्रोध और जलजलाहट में उन लोगों से बदला लूँगा जिन्होंने मेरी बात नहीं मानी।.
अध्याय 6
1 इसलिये यहोवा जो कहता है उसे सुनो:
उठो और पहाड़ों के सामने अपना झगड़ा खोलो, और पहाड़ियां तुम्हारी आवाज सुनें!
2 हे पहाड़ों, यहोवा का झगड़ा सुनो, आप, हे पृथ्वी की अटल नींव! क्योंकि यहोवा अपनी प्रजा से झगड़ा करता है, और वह इस्राएल के विरुद्ध मुकद्दमा लड़ेगा।
3 हे मेरे लोगों, मैं ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है? मैं ने तुम्हें क्या दुःख दिया है? मुझे उत्तर दो।.
4 क्योंकि मैं तुम्हें मिस्र देश से निकाल लाया, मैं ने तुम्हें दासत्व के घर से छुड़ाया, और मैं ने तुम्हारे आगे मूसा, हारून और विवाहित.
5 हे मेरी प्रजा, स्मरण करो कि मोआब के राजा बालाक ने क्या सम्मति दी थी, और बोर के पुत्र बिलाम ने उसे क्या उत्तर दिया था; याद करना सेतिम से गिलगाल तक, ताकि आप यहोवा के न्याय को जानो।.
6 मैं क्या लेकर यहोवा के सम्मुख आऊं, और ऊंचे परमेश्वर के साम्हने दण्डवत् करूं? क्या मैं होमबलि और एक वर्ष के बछड़े लेकर उसके सम्मुख आऊं?
7 क्या यहोवा हजारों मेढ़ों से, वा तेल की लाखों नदियों से प्रसन्न होगा? क्या मैं अपने अधर्म के बदले अपने जेठे को, वा अपने पाप के बदले अपनी कोख का फल दूं?
8 हे मनुष्य, यहोवा ने तुझे बताया है कि अच्छा क्या है; और यहोवा तुझ से इसे छोड़ और क्या चाहता है? कि तू न्याय से काम करे, और कृपा से प्रीति रखे, और अपने परमेश्वर के साथ नम्रता से चले।.
9 यहोवा की वाणी नगर को पुकारती है, और तेरे नाम पर ध्यान देना बुद्धिमानी है: लाठी की और उसकी आज्ञा देने वाले की सुनो!
10 क्या दुष्टों के घर में अब भी दुष्टों का भण्डार और घटता हुआ घिनौना एपा है?
11 क्या मैं अन्याय के तराजू से, और थैली में रखे हुए झूठे बटखरों से पवित्र ठहर सकता हूं?
12 इस देश के धनी लोग शहर वे हिंसा से भरे हुए हैं, उनके निवासी झूठ बोलते हैं, और उनके मुंह में छल ही छल है।.
13 मैं भी तुम पर प्राणघातक प्रहार करूँगा, मैं तुम्हारे पापों के कारण तुम्हें नष्ट कर दूँगा।.
14 तुम खाओगे, परन्तु तृप्त न होगे, और तुम्हारे भीतर भूख बनी रहेगी; तुम ले जाओगे, परन्तु कुछ न बचाओगे, और जो कुछ तुम बचाओगे, उसे मैं तलवार से मरवा दूंगा।.
15 तुम बोओगे, परन्तु काटोगे नहीं; तुम जैतून के पेड़ तो तोड़ोगे, परन्तु तेल से अपने शरीर को चिकना नहीं करोगे; तुम नया दाखमधु तो बनाओगे, परन्तु उसे पीने नहीं पाओगे।.
16 तुम अमरी के नियमों और अहाब के घराने के सब कामों को मानना, और उनकी सलाह के अनुसार चलना, इसलिये कि मैं तुम को और उसके निवासियों को नाश कर डालूं। देश और मेरी प्रजा की निन्दा भी तुम पर पड़ेगी।.
अध्याय 7
1 हाय! मैं तो धूपकाल के फलों की कटनी के बाद, वा दाख की फसल के बीनने के बाद की दशा में हूं; खाने को एक भी गुच्छा नहीं! एक भी नहीं पहले अंजीर वह मेरी आत्मा चाहती है!
2 धर्मी मनुष्य पृथ्वी पर से लुप्त हो गया है, और मनुष्यों में अब कोई धर्मी मनुष्य नहीं रहा।.
वे सभी घात लगाकर बैठे हैं फैलाना खून; प्रत्येक अपने भाई का शिकार करता है और उसे सौंपते हुए नेट.
3. बुराई, भलाई करने के लिए हाथ हैं; राजकुमार मांगता है, न्यायाधीश अपना बनाया कीमत, और महान आदमी अपने लालच को प्रकट करता है; इस प्रकार वे एक साथ अपनी साजिश बुनते हैं।.
4 उन में जो सबसे अच्छा है वह काँटे के समान है; जो सबसे सीधा है वह कटीली झाड़ियों से भी बुरा है।.
— दिन घोषणा आपके प्रहरी द्वारा, दिन तेरे दण्ड से अब वे असमंजस में पड़ जायेंगे!
5 मित्र पर भरोसा मत करो, न ही अपने करीबी साथी पर भरोसा रखो; अपने पति के सामने अपने मुंह के शब्दों की रक्षा करो!
6 क्योंकि बेटा अपने पिता को मूर्ख कहता है; बेटी अपनी माँ से, और बहू अपनी सास से बलवा करती है; मनुष्य के शत्रु उसके अपने घराने के लोग होते हैं।.
7 परन्तु मैं यहोवा की ओर ताकता रहूंगा, मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर पर आशा रखूंगा; मेरा परमेश्वर मेरी सुनेगा।.
8 हे मेरे शत्रु, मुझ पर आनन्द मत कर; क्योंकि यद्यपि मैं गिर गया था, तौभी फिर उठूंगा; यद्यपि मैं सीट अन्धकार में यहोवा मेरा प्रकाश है।
9 मैं यहोवा के विरुद्ध पाप करने के कारण उसके क्रोध को तब तक सहता रहूंगा जब तक वह मेरा मुक मा न ले और मेरा न्याय न ठहराए; वह मुझे उजियाले में ले आएगा, तब मैं उसका धर्म देखूंगा।.
10 मेरी शत्रु यह देखे, और लज्जा से भर जाए, वह जो मुझ से कहती है, »तेरा परमेश्वर यहोवा कहां है?» मैं अपनी आंखों से उसे देखूंगा; अब वह सड़कों की कीच के समान पैरों तले रौंदी जाएगी।.
11 वह दिन आ रहा है जब तुम्हारी दीवारें फिर से बनायी जाएँगी; उस दिन वह हुक्म रद्द कर दिया जाएगा।.
12 उस दिन लोग अश्शूर से और मिस्र के नगरों से, मिस्र से नदी तक, समुद्र से समुद्र तक और पहाड़ से पहाड़ तक तुम्हारे पास आएंगे।.
13 यह देश अपने निवासियों के कारण रेगिस्तान बन जायेगा। इतना ही उनके कर्मों का फल।.
14 अपनी लाठी लिये हुए अपनी प्रजा की चरवाही कर, अर्थात अपने निज भाग की भेड़-बकरियों की जो कर्म्मेल के बीच वन में अकेली रहती हैं; वे प्राचीनकाल की नाईं बाशान और गिलाद में चरती रहें!
15 जैसे उस दिन जब तुम मिस्र देश से निकले थे, वैसे ही मैं उसे अद्भुत काम दिखाऊँगा।.
16 अन्यजातियाँ यह देख कर अपनी सारी शक्ति से लज्जित होंगी; वे अपने मुंह पर हाथ रख लेंगी, और उनके कान बहरे हो जायेंगे।.
17 वे साँप की तरह धूल चाटेंगे; पृथ्वी के रेंगनेवाले जन्तुओं की तरह, वे बाहर आ जाएगा अपने पीछे हटने के भय से; वे आ जाएगा वे हमारे परमेश्वर यहोवा के साम्हने थरथराएंगे, और वे तुम्हारा भय मानेंगे।.
18 तेरे समान ऐसा परमेश्वर कहां है जो अपने निज भाग के बचे हुओं के अधर्म को क्षमा करे और अपराध को क्षमा करे? वह सदा क्रोध नहीं करता, क्योंकि वह प्रसन्न रहता है। करने के लिए अनुग्रह।.
19 वह फिर हम पर दया करेगा, और हमारे अधर्म के कामों को फिर लताड़ेगा, और उनके सब पापों को गहिरे समुद्र में डाल देगा;
20 आप करेंगे देखना याकूब के प्रति तुम्हारी सच्चाई, अब्राहम के प्रति तुम्हारी सच्चाई दयाजिसे तूने प्राचीनकाल में हमारे पूर्वजों से शपथ खाकर कहा था।


