अमोस

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अध्याय 1

1 तकोआ के चरवाहों में से आमोस के ये वचन हैं: जो बातें उसने यहूदा के राजा उज्जिय्याह के दिनों में, और योआश के पुत्र इस्राएल के राजा यारोबाम के दिनों में, भूकम्प से दो वर्ष पहिले, इस्राएल के विषय में देखीं।.

2 उसने कहा, यहोवा सिय्योन से गरजेगा, यरूशलेम से वह अपनी वाणी सुनाएगा; चरवाहों की चराइयां विलाप करेंगी, और कर्मेल की चोटी सूख जाएगी।.

3 यहोवा यों कहता है, “दमिश्क के तीन क्या, वरन चार पापों के कारण मैं उसका प्रायश्चित न करूँगा। क्योंकि उन्होंने गिलाद को लोहे के तमंचों से कुचल डाला था,
4 मैं हजाएल के घराने में आग भेजूंगा, और उस से बेन्हदद के महल भस्म हो जाएंगे;
5 मैं दमिश्क के फाटक तोड़ डालूंगा, मैं बिकथ-आवेन के निवासियों को और बेत-एदेन के राजदण्डधारी को भी नाश करूंगा; और सीरिया यहोवा की यह वाणी है, वह क़िर को बन्दी बनाकर ले जाया जाएगा।.

6 यहोवा यों कहता है, कि अज्जा के तीन, वरन चार अपराधों के कारण मैं उसको न छोडूंगा, क्योंकि वे बन्दियों के सारे दल को बन्धुआ करके एदोम के हाथ ले गए थे।,
7 मैं अज्जा की शहरपनाह पर आग लगाऊंगा, और वह उसके महलों को भस्म कर देगी;
8 मैं अज़ोत के निवासियों और अश्कलोन के राजदण्डधारियों को नाश करूंगा, और अक्करोन के विरुद्ध हाथ उठाऊंगा; और बचे हुए पलिश्ती नाश हो जाएंगे, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।.

9 यहोवा यों कहता है, “सोर के तीन क्या, वरन चार पापों के कारण मैं उसका प्रायश्चित न करूँगा। क्योंकि उन्होंने बन्दियों से भरे हुए सारे दल एदोम के हाथ कर दिए, और भाईचारे की वाचा स्मरण न की,
10 मैं सोर की शहरपनाह पर आग लगाऊंगा, और वह उसके महलों को भस्म कर देगी।.

11 यहोवा यों कहता है, “एदोम के तीन क्या, वरन चार अपराधों के कारण मैं उसको न छोडूंगा। क्योंकि उसने तलवार लिए हुए अपने भाई का पीछा किया, और उसकी दया को दबा दिया, और उसका क्रोध सदा भड़का रहा, और वह अन्त तक अपना क्रोध बनाए रखे रहा,
12 मैं तेमान में आग भेजूँगा, और वह बोस्रा के महलों को भस्म कर देगी।.

13 यहोवा यों कहता है, “अम्मोनियों के तीन, क्या, बल्कि चार अपराधों के कारण मैं उसे न छोडूंगा, क्योंकि उन्होंने देश को फाड़ डाला है।” पेट गिलियड की गर्भवती महिलाओं को, अपनी सीमा का विस्तार करने के लिए,
14 मैं रब्बा की शहरपनाह में आग लगाऊंगा, और वह उसके महलों को भस्म कर देगी; युद्ध के दिन की ललकार और तूफान के दिन की आंधी के बीच।.
15 और उनका राजा और उसके हाकिम बन्दी होकर जाएंगे, यहोवा की यही वाणी है।.

अध्याय दो

1 यहोवा यों कहता है, “मोआब के तीन, वरन चार पापों के कारण मैं उसका प्राण न छोडूंगा। क्योंकि उसने एदोम के राजा की हड्डियों को जलाकर राख कर दिया था,
2 मैं मोआब पर आग लगाऊंगा, और वह करियोत के राजभवनों को भस्म कर देगी; और मोआब हुल्लड़, युद्ध की ललकार और नरसिंगे के शब्द के बीच मर जाएगा।.
3 मैं उनके बीच में से न्यायी को नाश करूंगा, और उसके साथ उसके सब हाकिमों को भी घात करूंगा, यहोवा की यही वाणी है।.

4 यहोवा यों कहता है, “यहूदा के तीन क्या, वरन चार पापों के कारण मैं उसका प्रायश्चित न करूँगा। क्योंकि उन्होंने यहोवा की व्यवस्था को तुच्छ जाना, उसकी विधियों का पालन नहीं किया, और जिन झूठी मूरतों का उनके पुरखा पालन करते थे, उन्हीं के कारण वे भटक गए।”,
5 मैं यहूदा पर आग भेजूँगा, और वह यरूशलेम के महलों को भस्म कर देगी।.

6 यहोवा यों कहता है, इस्राएल के तीन क्या, वरन चार पापों के कारण मैं उसको न छोडूंगा: क्योंकि उन्होंने धर्मी को चान्दी के लिये और दरिद्र को एक जोड़ी जूतियों के लिये बेच डाला है;
7 क्योंकि वे आकांक्षा रखते हैं रखने के लिए वे दुष्टों के सिर पर पृथ्वी की धूल डालते हैं, और दीन लोगों का मार्ग टेढ़ा कर देते हैं; क्योंकि पुत्र और उसका पिता उस ओर जाते हैं। यहां तक की बेटी, मेरे पवित्र नाम को अपवित्र करने के लिए;
8 क्योंकि वे सब वेदियों के पास बन्धक के वस्त्रों पर सोते हैं, और अपने परमेश्वर के भवन में जुर्माने से वसूला हुआ दाखमधु पीते हैं।.

9 फिर भी मैंने उनके सामने से एमोरी लोगों को नष्ट कर दिया, जिनकी महानता उनके समान थी वह देवदारु के वृक्ष जो बलूत के समान मजबूत थे, मैंने ऊपर से उनके फल और नीचे से उनकी जड़ें नष्ट कर दीं।.
10 तौभी मैं तुम को मिस्र देश से निकाल लाया, और चालीस वर्ष तक जंगल में ले चला, कि तुम को एमोरियों का देश अधिकार में कर दूं।.

11 हे इस्राएलियो, क्या मैं ने तुम्हारे पुत्रों में भविष्यद्वक्ता और तुम्हारे जवानों में नाजीर नियुक्त नहीं किए? यहोवा की यही वाणी है।.
12 लेकिन तुमने नाज़ीरों को शराब पिलाई और यह भविष्यद्वक्ताओं को आदेश: "भविष्यवाणी मत करो!"

13 देखो, मैं तुम्हें भीड़ की तरह रौंदने जा रहा हूँ पृथ्वी एक गाड़ी, जब वह पूलों से भरी होती है।.
14. भागने का मौका चूक जाएगा’आदमी फुर्तीला, और बलवान फिर अपना बल न पा सकेगा; और शूरवीर अपना प्राण न बचा सकेगा,
15 और जो धनुष चलाता है वह स्थिर न रहेगा, और जो तेज पैरवाला है वह स्थिर न रहेगा। से न बचाएगा, और न सवार अपनी जान बचाएगा।.
16 और उस दिन वीर से वीर भी नंगा भाग जाएगा, यहोवा की यही वाणी है।.

अध्याय 3

1 हे इस्राएलियो, जो वचन यहोवा ने तुम्हारे विषय में, अर्थात् उस सारे घराने के विषय में कहा है जिसे मैं मिस्र देश से निकाल लाया हूँ, उसे सुनो,

2 पृथ्वी के सारे कुलों में से मैं ने तुम्हारे सिवा किसी और को नहीं जाना; इसलिये मैं तुम्हारे सारे अधर्म के कामों का दण्ड तुम्हें दूंगा।.

3 दो पुरुषों क्या वे बिना सहमति के साथ-साथ चलते हैं?
4 क्या शेर जंगल में दहाड़ता है, परन्तु उसे शिकार नहीं मिलता? क्या शेर का बच्चा अपनी आवाज़ गूँजता है? नीचे से अपनी मांद से, बिना उसके कुछ नहीं लिया ?
5 यदि गौरैया के लिए चारा न हो, तो क्या वह भूमि पर पड़े जाल में गिर जाती है? यदि जाल में कुछ न फँस जाए, तो क्या वह भूमि से ऊपर उठ जाती है? कुछ ?
6 जब किसी नगर में तुरही फूँकी जाती है, तो क्या लोग नहीं काँपते? जब किसी नगर पर विपत्ति आती है, तो क्या यहोवा उत्तरदायी नहीं होता?
7 क्योंकि प्रभु यहोवा अपने दास भविष्यद्वक्ताओं पर अपना भेद प्रगट किए बिना कोई काम नहीं करता।.
8 सिंह गरजा है, कौन न डरेगा? प्रभु यहोवा ने कहा है, कौन न भविष्यद्वाणी करेगा?
9 अशदोद के राजभवनों और मिस्र देश के राजभवनों पर यह वचन प्रचार करो, और कहो: शोमरोन के पहाड़ों पर इकट्ठे होकर देखो कि उसके बीच में कैसी बड़ी गड़बड़ी और कैसा उपद्रव है।.
10 और जो लोग अपने महलों में उपद्रव और लूट का माल इकट्ठा करते हैं, वे न्याय से काम करना नहीं जानते। यहोवा की यही वाणी है।.

11 इसलिये परमेश्वर यहोवा यों कहता है, “शत्रु तुम्हारे देश को घेरे हुए है; वह तुम्हारा बल छीन लेगा, और तुम्हारे महल लूट लिए जाएंगे।”.

12 यहोवा यों कहता है, जैसे चरवाहा सिंह के मुंह से दो जांघों या कान के एक टुकड़े को बचाता है, वैसे ही इस्राएल के बच्चे भी बचाए जाएंगे, जो सामरिया में दमिश्क के गद्दों पर एक खाट के कोने में बैठे हैं।.

13 सेनाओं के परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है, सुनो, और याकूब के घराने में इस बात को साक्षी देकर कहो:
14 जिस दिन मैं इस्राएल के अपराधों का बदला उस दिन लूंगा, भी बेतेल की वेदियाँ टूट जाएँगी, और वेदी के सींग टूटकर भूमि पर गिर पड़ेंगे।.
15 मैं शीतकाल के भवन और ग्रीष्मकाल के भवन को मार डालूंगा; हाथीदांत के भवन उजड़ जाएंगे, और बहुत से घर नष्ट हो जाएंगे, यहोवा की यही वाणी है।.

अध्याय 4

1 हे बाशान की गायों, हे शोमरोन पहाड़ पर रहनेवाली, यह वचन सुनो; तुम जो निर्बलों पर अन्धेर करती और कंगालों को पांव तले रौंदती हो, और अपने पतियों से कहती हो, हमारे लिये कुछ पानी लाओ!» 

2 प्रभु यहोवा ने अपनी पवित्रता की शपथ खाकर कहा है, देख, वे दिन तुझ पर आएंगे, कि तू बंसी से और तेरे वंश भाले से उड़ाए जाएंगे।.
3 तुम सीधे आगे की ओर से हर एक दरार से होकर निकलोगे, और अरमोन में डाल दिए जाओगे, यहोवा की यही वाणी है।.

4 बेतेल में आओ और पाप करो, गिलगाल में आओ और बढ़ो आपका पाप! हर सुबह अपने बलिदान लाओ, और हर तीन दिन में अपने दशमांश!
5 स्तुति का अखमीरी बलिदान जलाओ; स्वेच्छा से दिए गए दान की घोषणा करो, प्रकाशित करो—les क्योंकि हे इस्राएल के बच्चों, तुम इसी से प्रेम करते हो, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।.

6 इस प्रकार मैंने तुम्हारे सब नगरों में दांत सड़ने दिए, और तुम्हारे सब घरों में अन्न की घटी कर दी; तौभी तुम मेरी ओर फिरकर न आए, यहोवा की यही वाणी है।.

7 इसलिए जब कटनी के तीन महीने बाकी थे, तब मैंने तुम्हारे लिए वर्षा रोक दी; मैंने एक नगर में तो वर्षा कर दी, परन्तु दूसरे में नहीं। अन्य शहर; एक क्षेत्र बारिश से सिंचित था, और एक अन्य वह क्षेत्र, जहां बारिश नहीं हुई, सूख रहा था।.
8 दो, तीन शहर एक के लिए दौड़ रहे थे अन्य यहोवा की यह वाणी है, कि तुम लोग मेरे नगर में आए, और पानी पीने को आए, परन्तु उनकी प्यास न बुझाई; और तुम मेरे पास फिरकर न आए।.

9 मैंने तुम्हें लू और गेरूई से मारा है; तुम्हारी बहुत सी वाटिकाएं, तुम्हारी दाख की बारियां, तुम्हारे अंजीर और जैतून के वृक्ष, सब टिड्डियों ने खा डाले; और तुम मेरी ओर फिरकर न आए, यहोवा की यही वाणी है।.

10 मैंने तुम्हारे बीच वैसी ही महामारी फैलाई जैसी मिस्र में फैलाई थी; मैंने तुम्हारे जवानों को तलवार से मार डाला, और तुम्हारे घोड़े छीन लिये; मैंने तुम्हारी छावनी से दुर्गंध फैलाई, और वह पहुँची तुम्हारे नथुनों में आग लग गई है; और तुम मेरी ओर फिरकर नहीं आए, यहोवा की यही वाणी है।.

11 मैं ने तुम्हारे अन्दर ऐसा उथल-पुथल मचाया है जैसा परमेश्वर ने सदोम और अमोरा में मचाया था; और तुम आग से निकाली हुई जलती हुई लकड़ी के समान हो गए हो; और तुम मेरी ओर फिरकर नहीं आए, यहोवा की यही वाणी है।.

12 इसलिए, हे इस्राएल, मैं तुझ से ऐसा ही करूंगा! हे इस्राएल, मैं तुझ से ऐसा ही करूंगा, इसलिये अपने परमेश्वर के साम्हने आने के लिये तैयार हो जा!
13 क्योंकि पहाड़ों को उसी ने बनाया और पवन को सिरजा, वही मनुष्य को उसके विचार बताता है, वही भोर को अन्धियारा बनाता है, और वही पृथ्वी के ऊंचे स्थानों पर चलता है! सेनाओं का परमेश्वर यहोवा, उसका नाम है।.

अध्याय 5

1 हे इस्राएल के घराने, यह विलापगीत सुनो जो मैं तुम्हारे विषय में कहता हूं:

2 हे इस्राएल की कुमारी, वह गिर गई, और फिर न उठेगी! वह अपनी भूमि पर उलट गई है, और कोई उसे फिर न उठाएगा।.

3 क्योंकि यहोवा यों कहता है: वह नगर जो एक हजार सैनिकों के साथ युद्ध में निकला था योद्धाओं वह सौ को रखेगी; और जो सौ को लेकर युद्ध करने गई थी, वह इस्राएल के घराने के लिये दस को रखेगी।.

4 क्योंकि यहोवा इस्राएल के घराने से यों कहता है, मेरी खोज करो, तब जीवित रहोगे!
5 बेतेल की खोज में मत लगो, गलगाला को मत जाओ, और बेर्शेबा को मत जाओ, क्योंकि गलगाला बन्दी बना लिया जाएगा, और बेतेल उजड़ जाएगा।.

6 यहोवा की खोज करो और जीवित रहोगे, ऐसा न हो कि वह यूसुफ के घराने पर आग की नाईं भड़के और उसे भस्म कर दे, और बेतेल में कोई उसे बुझानेवाला न हो।.

7 वे न्याय को नागदौना बना देते हैं, और धर्म को मिट्टी में मिला देते हैं!

8 उसी ने कचपचिया और मृगशिरा को बनाया; वही अन्धकार को भोर में और दिन को घोर रात्रि में बदल देता है; वही समुद्र का जल बुलाकर पृथ्वी पर बहा देता है; यहोवा उसका नाम है।.
9 वह वीरों को नाश करता है, और गढ़वाले नगरों को भी नाश करता है।.

10 फाटक पर वे निन्दा करनेवाले से बैर रखते हैं, और खराई से बोलनेवाले से घृणा रखते हैं। एल'’वे इससे घृणा करते हैं।.
11 इसलिये कि तुम कंगालों को रौंदते और उन से अन्न कर वसूल करते हो, तुम ने गढ़े हुए पत्थरों के घर तो बनाए हैं, परन्तु उन में रहने नहीं पाओगे; तुम ने उत्तम दाख की बारियां तो लगाई हैं, परन्तु उनका दाखमधु नहीं पीने पाओगे।.
12 क्योंकि मैं जानता हूं कि तुम्हारे अपराध बहुत हैं, और तुम्हारे पाप बड़े हैं; तुम जो धर्मियों पर अत्याचार करते हो, और घूस लेते हो, और दूसरों को अपने अधीन करते हो। दायाँ गेट पर गरीब लोग.

13 इसलिये बुद्धिमान मनुष्य इस समय चुप रहे, क्योंकि यह बुरा समय है।.

14 बुराई को नहीं, भलाई को ढूंढ़ो, तब तुम जीवित रहोगे, और सेनाओं का परमेश्वर यहोवा तुम्हारे वचन के अनुसार तुम्हारे संग रहेगा।.
15 बुराई से घृणा और भलाई से प्रेम करो, और फाटक में न्याय को बहाल करो; शायद सेनाओं का परमेश्वर यहोवा यूसुफ के बचे हुओं पर दया करेगा!

16 इसलिये सेनाओं का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हर एक चौक में रोना-पीटना होगा, और हर एक गली में हाय! हाय! का शब्द सुनाई देगा। किसान और जो लोग विलाप करना जानते हैं, वे भी विलाप और विलाप करने के लिये बुलाए जाएंगे।.
17 सब दाख की बारियों में रोना पीटना होगा; क्योंकि मैं तुम्हारे बीच से होकर जाऊंगा, यहोवा की यही वाणी है।.

18 हाय उन पर जो यहोवा के दिन का इंतज़ार करते हो! यहोवा का दिन तुम्हारे लिए क्या होगा? वह उजियाले का नहीं, अन्धकार का दिन होगा!.
19 जैसे कोई सिंह से भागे और भालू उससे मिलने आए; वैसे ही वह घर में घुसकर भीत पर हाथ टेके और साँप उसे डस ले!…
20 क्या यहोवा का दिन अन्धियारे का नहीं, उजियाले का नहीं, परन्तु ऐसा घोर अन्धकार ही होगा जिसमें कोई चमक न होगी?

21 मैं तुम्हारे पर्वों से बैर रखता हूं, मैं उन्हें तुच्छ जानता हूं, तुम्हारी सभाओं से मेरा मन नहीं लगता।.
22 चाहे तुम मेरे लिये होमबलि और अन्नबलि चढ़ाओ, तौभी मैं प्रसन्न न होऊंगा, और चाहे तुम पाले हुए बछड़ों के बलिदान चढ़ाओ, तौभी मैं उन पर दृष्टि न करूंगा।.
23 अपने गीतों का कोलाहल मुझ से दूर करो; मुझे अपनी वीणाओं का शब्द सुनने न दो!

24 परन्तु न्याय को जल की नाईं, और धर्म को नदी की नाईं बहने दो!
25 हे इस्राएल के घराने, क्या तुम चालीस वर्ष तक जंगल में मेरे लिये बलिदान और अन्नबलि चढ़ाते रहे हो?
26 तुम अपने राजा का तम्बू, और अपनी मूरतें किजौम, और अपने देवता का तारा, जो तुम ने अपने लिये बनाया था, उठाए फिरे।.

27 यहोवा की यह वाणी है, मैं तुम्हें दमिश्क के पार निर्वासित कर दूंगा; सेनाओं का परमेश्वर उसका नाम है।.

अध्याय 6

1 हाय उन पर जो रहना मैं सिय्योन में शान्त और सामरिया के पहाड़ पर सुरक्षित हूँ, मैं प्रथम जातियों में श्रेष्ठ हूँ, और इस्राएल का घराना उन्हीं के पास जाता है!
2 कलने को जाकर देखो; वहां से बड़े हमात को जाओ, और पलिश्तियों के गत को नीचे जाओ; ये शहर क्या वे इन राज्यों से अधिक समृद्ध हैं, और क्या उनका क्षेत्र आपके क्षेत्र से बड़ा है?

3 तू विपत्ति के दिन को टालता है, और उपद्रव का राज्य निकट लाता है!
4 वे हाथीदांत के बिछौनों पर लेटते और अपने बिछौनों पर लेटते हैं; वे भेड़-बकरियों के मेमनों को और खलिहान में पाले हुए बछड़ों को खाते हैं।.
5 वे वीणा की ध्वनि पर नाचते हैं; दाऊद की नाईं उन्होंने वाद्यों का आविष्कार किया है।.
6 वे बड़े कटोरे में से दाखमधु पीते हैं, और उत्तम तेल से अपने शरीर का अभिषेक करते हैं, और यूसुफ के घाव से वे बीमार नहीं पड़ते।.

7 इसीलिए वे बंधुआई में जायेंगे, तक बंदियों के सिर, और विलासियों की खुशी की चीखें गायब हो जाएंगी।.

8 सेनाओं के परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है, प्रभु यहोवा ने अपनी ही शपथ खाकर कहा है: मुझे याकूब के घमण्ड से घृणा है, और उसके भवनों से बैर है; मैं उस नगर को और जो कुछ उस में है, सब को त्याग दूंगा।.
9 और यदि एक घर में दस मनुष्य रहें, तो वे मर जाएंगे।.

10 जो जल रहा है उसका एक रिश्तेदार लाशें हटा देगा मृत, और हड्डियों को घर से बाहर ले जाएंगे; और सोमवार घर के पीछे वाले से पूछेंगे, "क्या तुम्हारे पास कोई बचा है?" वह उत्तर देगा, "कोई नहीं!" और पहला कहेंगे, "चुप रहो!" क्योंकि यहोवा का नाम नहीं लिया जाना चाहिए।.

11 क्योंकि देखो, यहोवा आज्ञा देता है, और वह बड़े घर को तोड़ डालता है, और छोटे घर को खण्डहर कर देता है।.

12 क्या घोड़े चट्टान पर दौड़ते हैं, जहाँ  क्या बैलों से जोतना आवश्यक है, कि तुम ने न्याय को विष बना डाला है, और धर्म के फल को नागदौना बना डाला है?
13 तुम व्यर्थ की बातों पर आनन्दित होकर कहते हो, »क्या हमने अपने बल से सामर्थ्य प्राप्त नहीं की?« 

14 क्योंकि सेनाओं के परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है, हे इस्राएल के घराने, मैं तुम्हारे विरुद्ध एक जाति को उभारने पर हूँ, जो हमात की घाटी से लेकर जंगल की घाटी तक तुम पर अन्धेर करेगी।.

अध्याय 7

1 परमेश्वर यहोवा ने मुझे यह दिखाया, और क्या देखा कि वह दूसरी वृद्धि के आरम्भ में टिड्डियाँ उत्पन्न कर रहा है; यह राजा के काटने के बाद दूसरी वृद्धि थी।.
2 जब वे पृथ्वी की घास चर चुके, तब मैंने कहा, »हे प्रभु यहोवा, क्षमा कर! याकूब इसे कैसे सह सकेगा? वह तो बहुत छोटा है।« 
3 और यहोवा ने इस विषय में खेद प्रकट किया: यहोवा ने कहा, »ऐसा नहीं होगा।«.

4 प्रभु यहोवा ने मुझे यह दिखाया, और देखो, प्रभु यहोवा आग से दण्ड देने आया है, और आग महान रसातल को निगल लिया, और उसने भाग को निगल लिया प्रभु का.
5 तब मैंने कहा, »हे प्रभु यहोवा, रुक! याकूब कैसे खड़ा रह सकता है? वह तो बहुत छोटा है।« 
6 यहोवा ने दया दिखाई: »ऐसा भी नहीं होगा,« प्रभु यहोवा ने कहा।.

7 इस प्रकार मुझे दिखाया गया यहोवा, और देखो, प्रभु एक खड़ी दीवार पर खड़ा था, और उसके पास था उसके हाथ में एक धागा नेतृत्व करना।.
8 तब यहोवा ने मुझसे पूछा, »आमोस, तुम क्या देखते हो?» मैंने उत्तर दिया, » एक धागा नेतृत्व। और प्रभु मुझे कहा: "मैं यहाँ डाल रहा हूँ धागा मेरी प्रजा इस्राएल के बीच में अगुवाई करनेवाला मनुष्य, मैं उसे फिर कभी क्षमा न करूंगा।.
9 इसहाक के ऊंचे स्थान नाश किए जाएंगे, और इस्राएल के पवित्रस्थान नाश किए जाएंगे; और मैं तलवार लिए हुए यारोबाम के घराने के विरुद्ध उठूंगा।« 

10 और बेतेल के याजक अमस्याह ने इस्राएल के राजा यारोबाम के पास यह सन्देश भेजा, »आमोस इस्राएल के घराने के बीच में तुम्हारे विरुद्ध षड्यंत्र रच रहा है; देश अब उसके सब वचनों को सहन नहीं कर सकता।.
11 क्योंकि आमोस ने यों कहा है, यारोबाम तलवार से मारा जाएगा, और इस्राएल अपने देश से बन्धुआई में ले जाया जाएगा।« 

12 तब अमस्याह ने आमोस से कहा, हे दर्शी, यहूदा देश में भाग जा, और वहीं अपनी रोटी खाया कर; वहीं भविष्यद्वाणी किया कर।.
13 परन्तु बेतेल में अब और भविष्यवाणी मत करो, क्योंकि वह राजा का पवित्रस्थान और राजभवन है।«.
14 आमोस ने अमस्याह को उत्तर दिया, »मैं न तो भविष्यद्वक्ता हूँ, न भविष्यद्वक्ता का पुत्र; मैं तो चरवाहा हूँ और गूलर के पेड़ों की देखभाल करता हूँ।.
15 तब यहोवा ने मुझे भेड़-बकरियों के पीछे से ले जाकर कहा, जा, मेरी प्रजा इस्राएल से भविष्यद्वाणी कर।.
16 और अब, यहोवा का वचन सुनो: तुम कहते हो, “इस्राएल के विरुद्ध भविष्यवाणी मत करो, और न इसहाक के घराने के विरुद्ध बोलो!”…
17 इसलिये यहोवा यों कहता है, तेरी पत्नी नगर में वेश्या बन जाएगी, तेरे बेटे-बेटियाँ तलवार से मारे जाएँगे, तेरी भूमि नापने की डोरी से बाँट ली जाएगी, और तू अशुद्ध देश में मर जाएगा, और इस्राएल अपने देश से बन्धुआई में जाएगा।« 

अध्याय 8

1 परमेश्वर यहोवा ने मुझे यह दिखाया, और देखो, पके फलों से भरी एक टोकरी है।.
2 उसने पूछा, »आमोस, तुझे क्या दिखाई पड़ता है?» मैंने कहा, »पके फलों से भरी एक टोकरी।» तब यहोवा ने मुझसे कहा, »मेरी प्रजा इस्राएल का अन्त आ गया है; मैं अब उन्हें क्षमा न करूँगा।”.
3 उस दिन राजभवन के गीत हाहाकार में बदल जाएंगे, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है। बहुत सी लोथें होंगी, और वे सब जगह चुपचाप पड़ी रहेंगी।« 

4 हे गरीबों को निगलने वाले और गरीबों को निगलने वाले, यह बात सुनो। क्या आप चाहेंगे देश से गरीबों को गायब कर देना,
5 और कहा, »नया चाँद कब बीतेगा कि हम गेहूँ बेच सकें, और सब्त का दिन कब बीतेगा कि हम अपने भण्डार खोलकर एपा को छोटा और शेकेल को बड़ा करके छल के तराजू में हेराफेरी करें?”
6 हम पैसे से बेचारे को खरीद लेंगे, और गरीब एक जोड़ी चप्पल की वजह से, और हम गेहूं भूसा बेचेंगे?« 

7 यहोवा एल'’याकूब के गर्व की शपथ खाकर कहा, मैं अन्त तक उनके सब कामों को न भूलूंगा।.
8 इस कारण क्या पृथ्वी न कांपेगी, और उसके सब रहनेवाले विलाप न करेंगे? वह मिस्र की नील नदी की नाईं पूरी रीति से बढ़ेगी, और डूबेगी भी।.
9 परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है, उस दिन मैं सूर्य को दोपहर के समय अस्त करूंगा, और पृथ्वी को दिन में अन्धकार से ढक दूंगा।.
10 मैं तुम्हारे पर्वों को विलाप में बदल डालूंगा, और तुम्हारे सब हर्ष के गीतों को विलाप में बदल डालूंगा; मैं सब की कमर में टाट बान्धूंगा, और सब के सिर को चन्दुलाल करूंगा; मैं देश को ऐसा कर दूंगा, में इकलौते बेटे को खोने का दुःख, और उसका अंत एक कड़वे दिन की तरह होगा।.

11 परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है, देखो, ऐसे दिन आते हैं जब मैं पृथ्वी पर महंगी भेजूंगा; उस में न तो रोटी की भूख और न पानी की प्यास होगी, परन्तु यहोवा के वचनों के सुनने ही की भूख प्यास होगी।.
12 और वे समुद्र से समुद्र तक और उत्तर से पूर्व तक मारे मारे फिरेंगे; वे यहोवा का वचन ढूंढ़ने को इधर उधर फिरेंगे, परन्तु वे न पाएंगे। वहाँ वे इसे नहीं पाएंगे.
13 उन दिनों सुन्दर कुमारियाँ और जवान पुरुष प्यास से व्याकुल हो जायेंगे।.
14 जो लोग सामरिया के पाप की शपथ खाकर कहते हैं, »हे दान, तेरे परमेश्वर के जीवन की शपथ! हे बेर्शेबा के मार्ग से!» वे गिरेंगे और फिर कभी नहीं उठेंगे।.

अध्याय 9

1 फिर मैं ने यहोवा को वेदी के पास खड़े देखा, और उसने कहा, कि कंगूरे पर मारो, और डेवढ़ियों को हिलाकर उन को सब के सिरों पर तोड़ डालो! और जो बचेगा उसे मैं तलवार से घात करूंगा; कोई न बचेगा, कोई न बचेगा।.

2 यदि वे अधोलोक में प्रवेश करें, तो मैं अपने हाथ से उन्हें बाहर निकालूंगा; यदि वे स्वर्ग पर चढ़ जाएं, तो मैं उन्हें नीचे लाऊंगा।.
3 यदि वे कर्मेल की चोटी पर छिप जाएं, तो मैं उन्हें ढूंढ़कर पकड़ लूंगा; और यदि वे समुद्र की गहराई में मेरी दृष्टि से छिप जाएं, तो वहां मैं सर्प को उन्हें डसने की आज्ञा दूंगा।.
4 और यदि वे अपने शत्रुओं के हाथ से बन्धुआई में चले जाएं, तो मैं वहीं तलवार चलाकर उन्हें घात करने की आज्ञा दूंगा, और उन पर अपनी दृष्टि हानि के लिये लगाऊंगा, भलाई के लिये नहीं।« 

5 सेनाओं का प्रभु यहोवा जब पृथ्वी को छूता है, तब वह पिघल जाती है, और उसके सब रहनेवाले विलाप करते हैं; वह नील नदी के समान पूरी रीति से बढ़ जाती है, और मिस्र की महानद के समान डूब जाती है।.
6 वह आकाश में अपनी सीढ़ियाँ बनाता और पृथ्वी पर अपना आँगन बनाता है; वह समुद्र का जल मँगवाकर पृथ्वी के ऊपर बहा देता है; यहोवा उसका नाम है।.

7 यहोवा की यह वाणी है, क्या तुम मेरे लिये इस्राएल के कूशियों के समान नहीं हो? क्या मैं इस्राएलियों को मिस्र देश से, पलिश्तियों को कप्तोर से, और अरामियों को कीर से नहीं निकाल लाया?

8 देखो, प्रभु यहोवा की आंखें मुझ पर लगी हैं। तय पापी राज्य पर मैं आक्रमण करूंगा, और उसे पृथ्वी पर से नष्ट कर दूंगा; परन्तु याकूब के घराने को मैं पूरी तरह से नष्ट नहीं करूंगा, — यहोवा की वाणी।.

9 क्योंकि देखो, मैं आज्ञा देकर इस्राएल के घराने को सब जातियों के बीच ऐसा हिलाऊंगा, जैसा कोई हिलाता है। गेहूँ छलनी से छान लें, और अच्छा अनाज भूमि पर नहीं गिरेगा।.
10 सभी मछुआरे मेरे लोगों में से बहुत से लोग तलवार से नाश हो जायेंगे, जो कहते हैं, »विपत्ति निकट नहीं आएगी।” हमसे दुर्भाग्य हम तक नहीं पहुंचेगा.« 

11 उस दिन मैं दाऊद के गिरे हुए तम्बू को खड़ा करूँगा; मैं उसकी मरम्मत करूँगा उसका उल्लंघनों को मैं संबोधित करूंगा उसका खंडहर हो जाएगा, और मैं इसे पुराने दिनों की तरह फिर से बनाऊंगा,
12 कि वे एदोम के बचे हुओं को और उन सब जातियों को जो मेरे नाम से पुकारी जाती हैं अपने अधिकार में कर लें, यह यहोवा की वाणी है, जो ये काम करता है।.

13 यहोवा की यह वाणी है, “ऐसे दिन आ रहे हैं जब हल जोतने वाला, काटने वाले से और अंगूर रौंदने वाला भी मिल जाएगा…” शामिल होंगे जो बीज बोता है, वह पहाड़ों से नया दाखमधु टपकाएगा, और सब पहाडिय़ों से नई दाखमधु बहेगी।.
14 मैं अपनी प्रजा इस्राएल के लोगों को लौटा ले आऊंगा; वे उजड़े हुए नगरों को फिर से बसाएंगे और les वे वहाँ रहेंगे, वे दाख की बारियाँ लगाएँगे और दाखमधु पिएँगे, वे बगीचे लगाएँगे और फल खाएँगे।.
15 और मैं उन्हें उन्हीं की भूमि में रोपूंगा, और वे अपनी उस भूमि से जो मैं ने उन्हें दी है फिर कभी उखाड़े न जाएंगे, तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।.

ऑगस्टिन क्रैम्पन
ऑगस्टिन क्रैम्पन
ऑगस्टिन क्रैम्पन (1826-1894) एक फ्रांसीसी कैथोलिक पादरी थे, जो बाइबिल के अपने अनुवादों के लिए जाने जाते थे, विशेष रूप से चार सुसमाचारों का एक नया अनुवाद, नोट्स और शोध प्रबंधों के साथ (1864) और हिब्रू, अरामी और ग्रीक ग्रंथों पर आधारित बाइबिल का एक पूर्ण अनुवाद, जो मरणोपरांत 1904 में प्रकाशित हुआ।

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